Benefits of dragon fruit in hindi-जिसके नाम दिमाग में आते ही फिल्मो कार्टून या कहानियों में दिखाए जाने वाले DRAGON की तस्वीर सामने आती है। लेकिन आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको Dragon Fruit के बारे में बताएंगे। जी हां आपने बिलकुल ही सही पढ़ा है यह ड्रैगन फल ही है। चलिए जाने ड्रैगन फ्रूट के बारे में , इसको हिंदी में क्या कहते है ? इसके फायदे , साथ ही साथ इसके नुकसान , इस्तेमाल करने की विधि , ये सभी चीज़ो पर जानकरी इस पोस्ट में मिलेगी ।
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What is dragon fruit called in hindi & Dragon fruit hindi name
जिसको हिंदीं में पिताया (Pitaya) कहा जाता है।पहले इसकी खेती केवल अमेरिका और दक्षिण एशिया में की जाती थी। लेकिन आजकल इसकी खेती दुनियाभर में होती है। आज कल के समय में Pitaya की खेती अधिक होने लगी है क्योंकि यह ना तो कुछ खास पूंजी निवेश मांगता हैऔर ना ही उतनी शरीर से मेंहनत।
बहुत ही आसानी से ड्रैगन फ्रूट पैदा हो जाता है और महंगे दामों पर बिकता भी है आज हम आपको Dragon fruit side effects in hindi के बारे में भी बताएंगे।
What is Dragon Fruit & (Dragon Fruit क्या है?)
यह बहुत ही अधिक स्वादिष्ट फल होता है, जिसके अंदर भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। Pitaya को इसके रंग बनावट को देख कर ही इसे ड्रैगन फ्रूट का नाम दिया गया है।यह फल जो की अमेरिका और दक्षिण एशिया में खेती किये जाने वाला है , इस फल के खाने से अनेक फायदें होते हैं जिसके कारण ही यह बाजार में महंगा होने के बाद भी आसानी से बिक जाता है।
इस फल को औषधि की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है जो बहुत बीमारियों और शारिरीक समस्याओं को दूर करने में कारगर सिद्ध होता है।आज के समय में इस फल की खेती भारत में भी बहुत तेजी से होने लगी है। ऐसा भी कहा जाता है कि एक बार के निवेश में की जाने वाली यह सबसे फायदेमंद खेती में से एक होता हैं।
How Many Type Of Dragon Fruits

ड्रैगन फ्रूट तीन प्रकार के होते हैं।ड्रैगन फ्रूट के बाहरी और अंदरूनी रंग का इनमें फर्क देखा जाता है।लेकिन स्वाद के अनुसार यह सभी लगभग एक जैसे ही होते हैं।तीनों प्रकार ड्रैगन फ्रूट के फायदे और नुकसान भी एक जैसे ही होते हैं।
1 | लाल पितया |
2 | पीला पितया |
3 | लाल गूदे वाला पितया |
लाल पितया
white dragon fruit benefits-सबसे ज़्यदा और आसानी से मिलने वाला पिताया फल लाल रंग का होता है। लाल रंग के पितया की खेती भारत में हो रही है।इसके अंदर गूदे का कलर सफेद होता है।
पीला पितया
पीले रंग का पितया बाजार में मुश्किल से मिलता है। इसका कारण है इसकी खेती का कम होती है ।कीमत और गुण में अधिक फर्क न हो पाने की वजह से इसकी खेती कम जाती है। यह बाहर से पीला और अंदर से सफेद होता है जिस प्रकार अंदर से किवी होता है। इसके अलावा यह अंदर से बहुत ही मुलायम भी होता है।
लाल गूदे वाला पितया
इस तरह के पितया में ऊपर का कलर तो लाल होता ही है साथ ही अंदर के गुदे का भी कलर लाल होता है। अंदर के गूदे का लाल होने के अलावा यह बहुत ही स्वादिष्ट और पोषक तत्वो से भरपूर होता है।
पितया में पाए जाने वाले पोषक तत्व

क्या आप जानते है ?पिताया ही केवल ऐसा फल है जिसके अंदर सभी तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं।इसके अंदर कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन C, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ई, बी, आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा पिताया में फाइबर और वसा भी पर्याप्त रूप में पाया जाता है।
Dragon Fruit Nutritional Value Per 100g
1 | Calories | 1800 – 2400 calories | 264kcal |
2 | Carbohydrates | 175g | 82.1g |
3 | Dietary fiber | 28g | 1.8mg |
4 | Calcium | 1000mg | 107mg |
5 | Vitamin C | 85mg | 6.4mg |
पितया फल खाने के फायदे (Benefits of Dragon fruit in hindi)
दिल से जुडी बीमारी benefits of dragon fruit in hindi
दिल से जुडी बीमारी कब किसी व्यक्ति को हो जाये यह कोई नही जानता। दिल से जुड़ी बीमारी से बचने के लिए अक्सर डॉक्टर ऐसे फल और सब्जियां खाने की सलाह देते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सके, और ऐसे सभी पोषक तत्व पिताया में मौजूद हैं। इसमें बीटालायंस, पॉलीफिनोल्स और एस्कॉर्बिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं।जो आपके हृदय को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।
बैड कोलेस्ट्रॉल को मात्रा ( Benefits of dragon fruit in hindi )
बढ़ती उम्र के साथ साथ खाने पीने पर विशेष ध्यान देना जरूरी हो जाता है।क्योकि इसके पीछे का सबसे पहला कारण होता है शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। जिनमे से मुख्य है दिल का दौर पड़ना।ड्रैगन फ्रूट आपके बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।ड्रैगन फ्रूट का सेवन करने से शरीर में बढ़ने वाले बैड कोलेस्ट्रॉल को मात्रा को नियंत्रण में रखा जा सकता है।ड्रैगन फ्रूट का सेवन गुड कोलेस्ट्रॉल को शरीर में बढ़ाता है।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ( Benefits of dragon fruit in hindi )
पितया में एंटीट्यूमर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। यह सभी तत्व कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से समाधान दिलाने में मदद कर सकते हैं।एक रिसर्च में यह भी बताया गया है कि ड्रैगन फ्रूट में ऐसे तत्व भी मौजूद होते हैं जो महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से निजाद दिलाने में मदद करते हैं।में इस बात को मानता हु कि कैसंर एक गंभीर बीमारी है और इस तरह का कोई भी फल शायद उसके उपचार में काम ना आए। इसलिए अगर किसी को कैंसर जैसी समस्या हो तो वह डॉक्टर के पास जरूर जाए। बिना डॉक्टर के पास गए , आप कैंसर जैसे गंभीर बीमारी का इलाज नहीं कर सकते है ।
Dragon fruit benefits for thyroid in Hindi
ड्रैगन फ्रूट का नियमित इस्तेमाल करने से थाइरोइड जैसे बीमारिया से भी हमारा शरीर बचता है । ड्रैगन फ्रूट में अनेक तरह के पोषक तत्व पाए जाते है । ड्रैगन फ्रूट में अनेक विटामिन और antioxidants के गुण होते है जो थाइरोइड के लिए बेहत ही कारगर होते है , इसके इस्तेमाल से थाइरोइड ग्रंथि का संतुलन बना रहता है , जिस कारण इसका इस्तेमाल थाइरोइड में कारगर साबित होता है ।
डायबिटीज जैसी बीमारी से (Dragon fruit is good for diabetes)
डायबिटीज एक ऐसा बीमारी है जिसके मरीज आज दुनियाभर में मौजूद हैं। यह बीमारी बहुत खतरनाक होने के साथ ही ,यह अन्य कई बीमारियों को भी न्यौता देती है।लेकिन पितया में ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो डायबिटीज जैसी बीमारी से लड़ने में भी मदद कर सकते हैं।यह फल उन लोगो को रोजाना जरूर खाना चाहिए जो इस बीमारी से बच कर रहना चाहते हैं।
Dragon fruit is good for Pregnancy & Dragon fruit good for Pregnancy
इसके नियमित इस्तेमाल गर्ववती महिलाओ के लिए भी विशेष लाभदायक है । ड्रैगन फ्रूट में सुगर , कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आहार फाइबर और सोडियम पर्याप्त मात्रा में होता है, जो की एक गर्भवती महिलाओं के लिए स्वस्थ माना जाता है। जब तक इसके इस्तेमाल एक सीमित मात्रा में होता है, तो ड्रैगन फ्रूट सुरक्षित होता है। गर्भवती महिलाओं को एक तय मात्रा के अनुसार इसका सेवन करना चाहिए ।इसके सेवन करने से खून की कमी नहीं होती जिस कारण एनिमा जैसे बीमारिया भी नहीं होती है।
अस्थमा में (Benefits of dragon fruit in hindi)
अस्थमा एक ऐसी बीमारी होती है जो की अगर किसी को लग जाती है तो उस व्यक्ति को बहुत लंबे समय तक इस बीमारी के साथ ही रहना होता है।इस बीमारी के बहुत लोगों की जान तक चली जाती है। इस बीमारी के अंदर खासी होना सांस लेने में दिक्कत आती है। इन सभी समस्याओं से लड़ने के लिए ड्रैगन फ्रूट मददगार होता है।अनेक रिर्सच में भी यह बताया गया है कि पिताया फल अस्थमा जैसी बीमारी के उपचार के लिए एक महत्वपूर्ण ओषधी है।
गठिया में (Benefits of dragon fruit in hindi)
अर्थराइटिस जिसको हिंदी में गठिया भी कहते है।ऐसी बीमारी है जो की शारीरिक समस्या है जो जोड़ो में होती है। इस तरह के समस्या से पीड़ित व्यक्ति को बहुत ज्यादा दर्द झेलना पड़ता है, इसके अलावा जोड़ो में सूजन होना और उन्हे हिलाने तक में समस्या पैदा हो जाती है। ऐसा होने के यूं तो कई कारण हैं जिनमें से एक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का बढ़ जाना। इसे कम करने के लिए डॉक्टर एंटीऑक्सीडेंट चीजों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। पितया में एंटीऑक्सीडेंट प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, जो कि गठिया में भी आराम दिलाने में मदद करता है।
कैल्शियम पर्याप्त मात्रा (Benefits of dragon fruit in hindi)
पितया में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है।कैल्शियम जो की हड्डियों और दांतो दोनो के लिए ही बेहद फायदेमंद माना जाता है।अगर आपके दांत या हड्डियां कमजोर हैं तो आप भी पिताया फल का सेवन कर सकते है।
Dragon fruit benefits for skin
पितया का सेवन रोजाना करते हैं तो इसके फायदे आपको स्किन पर भी दिखाई देगा ,आपका चेहरा ग्लो करने लगता है और रंग भी साफ हो जाता है। पिताया फल में पाए जाने वाले तत्व में विटामिन बी-3 भी होती है जो स्किन की ड्राइनेस को भी खत्म कर देती है।
ड्रैगन फ्रूट खाने का तरीका (How To Eat Dragon Fruit)
1 | आप इसे सीधा काटकर भी खा सकते है। |
2 | आप इसे तरबूज की तरह ठंडा करके भी खाया सकते है। |
3 | इसका इस्तेमाल फ्रूट चार्ट या सलाद में भी कर सकते हैं। |
4 | आप इसके मुरब्बा कैंडी या जेली बनाकर भी खा सकते हैं। |
5 | आप जिम या एक्सरसाइज करने जाते हैं तो आप इसे शेक में डालकर भी पी सकते हैं। |
ड्रैगन फ्रूट खाने का सही समय– आप इसके इस्तेमाल कभी भी कर सकते है , लेकिन अधिकतर लोग इसको सुबह के नास्ते के साथ ही अधिक इस्तेमाल करते है ।
पितया को खाने के नुकसान (Dragon fruit side effects in hindi)
eske जितना फायदे है , लेकिन इसके अधिक इस्तेमाल के कुछ नुकसान भी हो सकते है , हालाँकि ड्रैगन फ्रूट खनिज और विटामिन का बहुत अच्छा स्रोत होता है । लेकिन फिर कुछ ऐसे नुकसान देखे गए है इसके अधिक इस्तेमाल के , जिनको नीचे वर्णित किया गया है ।
1 | इसके अधिक इस्तेमाल करने से बहुत से लोगो का पेशाब का रंग बदल जाता है । |
2 | बहुत अधिक सेवन करने पर दस्त की समस्या हो सकती है । |
3 | जिन लोगो को हृदय रोग होते है वो इसके सेवन करने से परहेज़ करे । |
4 | इसके अधिक इस्तेमाल करने से आपको नुकसान भी हो सकता है । बिना डॉक्टर के सलाह के बिना पूर्व के किसी भी बीमारी के साथ इस्तेमाल नहीं करे । |
5 | बहुत से लोग को एलर्जी की समस्या होती है , इसके अधिक इस्तेमाल के कारण । |
Few Question and Answer about benefits of dragon fruit in hindi
यह फल कितने प्रकार का होता है?
पितया फल तीन प्रकार के होते है, जिनमें से एक के अंदर और बाहर दोनो ओर से ही लाल होता है, जबकि एक पीला और दूसरा लाल रंग का होता है, जिनका अंदरूनी हिस्सा सफेद होता है
क्या ड्रैगन फल के जरिए जैम भी बनाया जाता है?
जी हां, इस फल के जरिए जैम भी बनाया जा सकता है।
आपको क्या लगता है यह कैक्टस फैमली का हिस्सा होता है ?
जी हां, पिताया फल कैक्टस फैमली का ही हिस्सा है
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निष्कर्ष
इस लेख में यह तो समझ गए होंगे कि पितया खाने के नुकसान और फायदे क्या हैं। आशा करता हु पोस्ट को पूरा पढ़ कर पूरी जानकारी प्राप्त किये होंगे।
विशेष नोट- हम यह बिलकुल दावा नही कर रहा कि ड्रैगन फ्रूट के इस्तेमाल से किसी तरह की बीमारी के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।